पैसा जन अल्कोहल और पावर मुझे खुद पर
देवता होने का गुमान होता था मैं समझता था
कि मैं बाकी लोगों से बतर हूं ऑनेस्टली
मैं यही समझता था कि कोई मुझे टच नहीं कर
सकता मैं अपने आप को बहुत अहम समझता था
जैसे जैसे मैं बड़ा होता गया उतना ही पाता
गया मेरे पास दुनिया भर का पैसा जमा हो
सकता था मेरे आसपास दयो औरतें मौजूद होती
मेरे पीछे पैसे का ढेर पड़ा होता कुछ भी
मुझे खुश नहीं कर सकता था मेरी अस्त वाजी
जिंदगी नाकाम थी वो चाहती थी कि मैं क्लब
ना जाऊं और ड्रिंकिंग ना करूं और यही सब
कुछ लेकिन मैं फिर भी जाता मैं बास ना आता
बहुत खुदगर्ज था उसने मुझे छोड़ दिया
मैंने अपना बेटा खोया मेरे वालिद भी गुजर
गए मैंने अपने वालिद को खोया मैंने सब कुछ
खो
दिया मैंने कहा अवेंजर्स 2 की मूवी अगले
हफ्ते आ रही है हमें मार्बल पसंद थी
उन्हें मार्वल भी पसंद
थी मुझे लगा जैसे उनको अपनी मौत का पता चल
गया था क्योंकि ऐसा लगा कि उन्होंने मुझे
बताया हां ऐसा हुआ मेरी जिंदगी एकदम बदल
गई जिस तरह मैं अपने वालिद के साथ रहता था
इन सब से गुजरने के बाद यह सब करना
आखिरकार मैं बेकर हो गया और चोरियां करने
लगा मेरे पास आईडिया और जॉब नहीं थी मैं
तरक्की नहीं कर सकता था तो मतलब मैं
बर्मिंघम में बिल्कुल भेक था और मैंने
अपना स्वेटर अपने सर पर लपेट रखा था शती
जमा देने वाली सरती थी मैंने एक ही स्वेटर
को अपने पूरे जिस्म पर इस तरह से लपेट रखा
था और मैं कप कपा रहा था कि एक मोहसिन
नामी आदमी मेरी तरफ आया उसने मुझे फर्श पर
पड़े देखा और पूछा क्या हुआ मैंने कहा भाई
प्लीज मुझे मेरे हाल पर छोड़ दो मैंने कहा
मुझे अकेला छोड़ दो चलो आओ मेरे साथ रह लो
तो उस वक्त मैंने उससे पूछा क्यों तुम ऐसा
क्यों कर रहे हो उसने जवाब दिया सिर्फ
अल्लाह ताला के लिए उसका जवाब था सिर्फ
अल्लाह ताला के लिए तो मेरी जिंदगी में यह
पहला मौका था जब किसी ने दिल की गहराइयों
से खुलूस के साथ मेरी मदद की क्योंकि वह
सिर्फ मेरा भला चाहते थे मतलब मैं ही
क्यों मैं बहुत खुश था
[संगीत]
अस्सलाम वालेकुम इब्राहीम भाई टुवर्ड्स
टर्निंग की जानिब से हम आपकी यहां आमद पर
तह दिल से मशकूर हैं मैं गुफ्तगू का आगाज
इस तरह करूंगा कि इब्राहिम फाते कौन है
क्या आप अपनी जिंदगी के बारे में हमें
मुख्तसर बताएंगे वालेकुम अस्सलाम व
रहमतुल्लाही व बरकातहू मेरा नाम इब्राहिम
फाते है पहले मेरा नाम जोसेफ जॉनसन था मैं
नॉर्थ वेस्ट यूके में ब्लैक पूल में बतौर
ईसाई पैदा हुआ बढ़ती उम्र के साथ मेरे
मसाइल भरते गए मुझे हाई स्कूल से निकाल
दिया मैं कभी कॉलेज नहीं गया मैं ड्रिंक
स्मोकिंग करता और ड्रग्स लेता मैं हद से
ज्यादा गुमराह था मैंने इस्लाम 2018 में
कबूल किया और पहले से बेहतर शख्स बन गया
एक अच्छा बाप और बेहतर इंसान और
अल्हम्दुलिल्लाह इसी तरह यह सब शुरू हुआ
ईमान के हवाले से आपकी जिंदगी कैसी थी
आपके अकाय क्या थे एक बच्चे के तौर पर मैं
ईसाई था मैं बेपटा इज हुआ और मेरा होली
कम्यूनियन और कंफर्मेशन हुई और मैं खुदा
पर यकीन रखता था हत्ता कि जब मैं बच्चा था
तब भी खुदा पर यकीन रखता था लेकिन जब मैं
ईसाई था तो मुझ में खौफ खुदा मौजूद नहीं
था मैं खुदा पर यकीन रखता था उसके नबियों
पर भी लेकिन बड़े होकर मुझे इस पर यकीन ना
रहा कि जीसस ही मसीह है लिहाज स्कूल के
जमाने में भी मैं शको शुबा में रहा हाई
स्कूल में भी मेरा यही रवैया था कि एक कान
से सुनकर दूसरे कान से निकाल दो इस आयत
में मुझे जिन चीजों की समझ नहीं आती थी वो
यह थी कि जीसस खुदा है मुझे इस पर यकीन ना
था मैं ईसाई पर अपने लड़क मन से अमल पैरा
था हम इतवार को चढ चाते ईसाई सिर्फ इतवार
को चढ चाते हैं वह सिर्फ अपने लिए हरद्वार
को चढ चाते हैं मतलब आप वहां जाते हैं और
फिर घर वापस आ जाते हैं यानी साइत में
इतना डिसिप्लिन नहीं है बस हफ्ते में एक
दफा इबादत के लिए जाओ और वापस चले जाओ
ज्यादातर लोग गुनाह करते हैं और फिर हर एक
एंड में वहां जाते हैं मतलब हरद्वार को
ज्यादातर लोग समझते हैं कि इस तरह वोह
उनके गुनाह माफ कर देता है चाहे उन्होंने
कुछ भी किया हो और फिर वोह जन्नत में
जाएंगे आपकी टीनएज की उम्र कैसी रही मेरा
टीनेज का रानिया बहुत मुश्किल था क्योंकि
मैं बड़ा हो रहा था और मैं समझता था कि
बाहर घूमना पार्टी करना ड्रिंकिंग और
लड़कियां इस किस्म की चीजें मुझे खुशी
देंगी जब मैं 18 साल का हुआ तो मैंने भी
पैसा औरत अल्कोहल और पावर जैसे रंग ढंग
अपना लिए मुझे खुद पर किसी देवता का गुमान
होता था मैं खुद को लोगों से बतर समझता था
ऑनेस्टली मैं यही समझता था कि कोई मुझे टच
भी नहीं कर सकता मैं समझता था कि मैं बहुत
अहम हूं और यह बहुत गलत बात थी मुझे अपने
माजी से वाकई नफरत है मैं सोचता कि ये
चीजें मुझे खुश रखेंगी क्योंकि मैं खुश
नहीं था इस दुनिया में मुझे किसी ऐसी चीज
से खुशी नहीं मिली मैं कभी भी खुश नहीं
हुआ मेरे पास दुनिया भर का पैसा हो सकता
था मेरे आसपास दसियों औरतें मंडला मेरे
पीछे पैसे का ढेर पड़ा होता लेकिन मैं खुश
नहीं होता मुझे कोई को चीज खुशी ना देती
थी मैं कुछ भी कर लेता लेकिन खुशी ना
मिलती जैसे-जैसे मैं बड़ा होता गया उतना
ही पाता गया और जितना कुछ मुझे मिलता गया
मैं उतना ही नाखुश रहने लगा मतलब मेरी
हालत बतर होती गई क्योंकि मैं समझता कि
अगर यह सब मुझे खुश नहीं कर सकता तो कुछ
भी खुश नहीं कर सकता और मैं उदास रहता और
मैं अक्सर उदास रहता मैं गुमराह था मेरे
पास कोई गाइडेंस नहीं थी मैं रात को हद से
ज्यादा ड्रिंक करता और जब मैं अपने होशो
हवास खो देता तो मेरे पास कोई ना होता एक
दोस्त की तरह कोई भी मेरे साथ ना होता वो
चाहते कि मैं उनके साथ डाउन हो जाऊं और
फिर हम सब मिलकर ऐसा करते मैं यही समझता
कि ये दोस्त दरअसल दोस्त नहीं है अब मुझे
पता चल गया है मेरा एक बेटा है मेरी तवा
जीी जिंदगी नाकाम रही वो चाहती थी कि मैं
क्लब ना जाऊं और ड्रिंकिंग ना करूं लेकिन
मैं क्लब जाता रहा मैं वहां जाता रहा मैं
बहुत खुदगर्ज था उसने मुझे छोड़ दिया
मैंने अपना बेटा भी खो दिया मेरे वालिद भी
गुजर गए तो जब मैंने उन्हें भी खो दिया तो
जैसे मैंने हर चीज खो दी क्योंकि मेरी असल
खुशी मेरे वालिद से और मेरे बेटे से जुड़ी
हुई थी और मैं यह समझता रहा कि खुशियों का
ताल्लुक इन मादी चीजों से है क्या आप इन
लम्हा का जिक्र करेंगे जब आपने अपने वालिद
को खोया यह सब कैसे हुआ टुवर्ड्स टर्निन
की जरूरत है हम एक खैराती तंजीम हैं जिसका
मकसद आठ जबान में इस्लाम के पैगाम को पूरी
दुनिया तक पहुंचाना है आप अपने तावुन से
लोगों की मदद कर सकते हैं इस्लाम कबूल
करने हराम को छोड़ने नमाज शुरू करने हिजाब
पहनने और कुरान पढ़ने में रोजाना सिर्फ $
डॉलर डोनेट करने से आप इंशा अल्लाह इन
तमाम नेकियों में अपना हिस्सा डाल सकते
हैं टुवर्ड्स टर्निंग को डोनेट करें और इस
नेक अमल में शामिल हुए बगैर ना गुजरे क्या
आप इन लमहा का जिक्र करेंगे जब आपने अपने
वालिद को खोया यह सब कैसे हुआ जब मैं 20
साल का था तो मेरे वालिद का इंतकाल हो गया
मतलब उनकी मौत अचानक हुई वह मेरे वाहिद
बेहतरीन दोस्त थे मैं उस वक्त अपनी
गर्लफ्रेंड के घर पर था हां
मैं हां मैं अपनी गर्लफ्रेंड के घर पर था
उस वक्त मेरा बेटा दो महीने का था और मेरे
वालिद अपने घर पर थे मेरी बहन भी वहीं
रहती थी उसने मुझे कॉल की कि अब्बू गिर गए
हैं उनको स्ट्रोक हुआ है और उनका आधा
चेहरा काम नहीं कर रहा उनका आधा चेहरा ऐसा
हो गया था जैसे नीचे लटक रहा हो तो मेरी
बहन बहुत ज्यादा परेशान थी मैंने इस बारे
में नहीं सोचा था मेरे अब्बू अक्सर
हॉस्पिटल आते जाते रहते थे क्योंकि उन्हें
शुगर थी और अपना कोई खास ख्याल नहीं रखते
थे जैसे अक्सर अपने इंजेक्शन लेना भूल
जाते मैंने इस बारे में नहीं सोचा था मैं
हॉस्पिटल गया था वो हॉस्पिटल गए थे जहां
उन्होंने मेरे वालिद को बेहोशी का
इंजेक्शन लगाया मुझे सिर्फ उनका आना याद
है मेरे सारे बहन भाई आए थे एक रश बन गया
था हम तादाद में छह थे तो जब उन्होंने हम
सबको कमरे में पाया तो यूं बात की मैं तुम
लोगों को कैसे बताऊं मेरी वालिदा का
इंतकाल भी ऐसे ही हुआ था मैंने कहा आप
क्या कह रहे हैं तो अब्बू को ब्रेन
हैम्रेज हुआ था मुझे याद है कि सबने
जोर-जोर से रोना शुरू कर दिया था और मेरा
जहन यह कबूल नहीं कर रहा था मतलब वह
हॉस्पिटल के बेड पर पड़े थे और मुझे वह
रात अच्छी तरह याद है कि मेरी तमाम बहनें
मेरी सब बहनों को अगले दिन काम के लिए घर
जाना पड़ा क्योंकि पीछे उनके बच्चे वगैरह
भी थे तो मैं हॉस्पिटल में अकेला रह गया
मतलब मतलब बिल्कुल अकेला और मैं सारी रात
उस हॉस्पिटल के चक्कर काटता रहा फिर मैं
वहीं उनके बेड के साथ खड़ा हो गया और
मैंने उन पर आखिरी दफा नजर डाली कभी कबार
मुझे अपने के पर अफसोस
होता क्योंकि मैं उनके साथ नहीं रहा इसी
तरह जब मैं अपने माजी में झांकता हूं मुझे
लगता है
कि जैसे उनका चेहरा मेरी आंखों में आ जाता
है लिहाजा मैंने सोचा कि मैं उनके साथ
पूरी रात हॉस्पिटल में गुजार करर अच्छा कर
रहा हूं लेकिन फिर मैं सोचता हूं कि मैंने
अपने आप को टॉर्चर किया वो 24 घंटे मेरे
लिए एक साल के बराबर थे अगली सुबह उनका
इंतकाल हो गया उनके दिल की धड़कन रुक गई
क्या वोह होश में थे नहीं आखरी दफा मैंने
उनको होश में देखा वो उनकी बीमारी से दो
हफ्ते पहले की बात है जब उन्होंने मुझे
कॉल की उन्होंने मुझे कॉल करके कहा आई लव
यू और मैंने कहा हां हां मुझे मालूम है
उन्होंने कहा मैं तुम्हें बताना चाहता हूं
कि मैं तुमसे कितना ज्यादा प्यार करता हूं
मैंने कहा आप कहना क्या चाहते हैं
उन्होंने कहा मुझे तुम पर है मुझे तुम
पर बहुत है पता है मुझे अपने पोते पर
भी बहुत है और मैं ने कहा बस कर दें
अब आप क्या कह रहे हैं फिर मैंने कहा
अवेंजर्स टू मूवी अगले हफ्ते आ रही है
हमें मार्वल पसंद है उन्हें भी मार्वल
बहुत पसंद
थी मुझे लगता है कि जैसे उन्हें एहसास हो
गया था कि वह मरने वाले हैं तभी उन्होंने
मुझसे ऐसी बात की क्योंकि वोह मरने वाले
थे किसी भी अलामत और निशानी के बिना
उन्होंने यह महसूस कर लिया था उन्हें पता
चल गया था और महसूस हो गया था मेरे ख्याल
से वह कुछ हफ्ते पहले डॉक्टर्स के पास गए
थे और जान गए थे लेकिन हमें नहीं पता
बताना चा रहे थे मैं इसके लिए तैयार नहीं
था मैं इस दुनिया का सामना करने के लिए
तैयार नहीं था वो हमें छोड़ गए और मैं
कबूल नहीं कर रहा था हालांकि मेरी उम्र 20
साल थी लेकिन उस वक्त मेरी जहनी हालत 16
साल के लड़के जैसी थी पता है उनके गुजरने
के बाद मैंने बहुत स्ट्रगल की मुझे जिंदगी
गुजारना नहीं आता था मुझे नहीं पता था कि
मैं किराया कहां से अदा करूं इसलिए मैं
अपने दोस्तों के साथ निकल जाता और मुश्किल
में पड़ जाता और दूसरे गलत काम करता
आखिरकार मैं बेगर हो गया और चोरियां करने
लगा दुकानों और लोगों से नहीं लेकिन मैं
ऐसी जगहों पर जाता अस्सलाम वालेकुम भाइयों
और बहनों हमें एहसास हुआ है कि हमारे चैनल
पर 80 फी नाजरीन बशम पूल इस वीडियो के
हमारे सब्सक्राइबर्स नहीं हैं जैसा कि आप
जानते हैं कि हम गैर मनाफी बख्श तंजीम है
और हमारी वीडियो पर इश्तहार गैर फल हैं
टुवर्ड्स टर्निंग सिर्फ एक
youtube2 करते हैं लिहाजा हमारे इस मुताल
बे का वाहिद मकसद सच्चाई को फैलाना है हो
सकता है बजहर ये छोटा अमल लगे लेकिन इंशा
अल्लाह यह हमें लाखों लोगों तक पहुंचने
में मदद करेगा आइए अब लाइक और सब्सक्राइब
बटन पर क्लिक करें और साथ मिलकर टुवर्ड्स
टर्निंग का सफर करें पता है उनके गुजरने
के बाद मैंने बहुत स्ट्रगल की मुझे जिंदगी
गुजारना नहीं आता था मुझे नहीं पता था कि
मैं किराया कहां से अदा करूं इसलिए मैं
अपने दोस्तों के साथ निकल जाता और मुश्किल
में पड़ जाता और दूसरे गलत काम करता
आखिरकार मैं बेगर हो गया और चोरियां करने
लगा दुकानों और लोगों से नहीं लेकिन मैं
ऐसी जगहों पर जाता जैसे हैरड्स और इसी
किस्म की जगहों पर जहां किसी को कोई
ज्यादा फर्क ना पड़ता सिर्फ किसी
मिलियनेयर से चुराता उस वक्त ना तो मेरे
पास पासपोर्ट था और ना ही कोई बैंक अकाउंट
था अपने मुल्क की गवर्नमेंट वाली आईडी भी
नहीं थी मतलब मैं इस सिस्टम में फंस गया
था आईडी नहीं तो जॉब भी नहीं मैं
प्रोग्रेस नहीं कर पा रहा था और बैंक
अकाउंट खोलने के लिए पैसे भी ना थे पर
पैसा कमाने के लिए अकाउंट नहीं था तो
इसलिए मुझे वह काम भी करने पड़े जो मैं
नहीं करना चाहता था तो उन्होंने मुझे
हॉस्टल में डाल दिया ऐसी जगह जहां सिर्फ
बेकर लोग या फिर जेल से छूटकर आने वाले
रहते हैं लेकिन मुझे याद है कि उन्होंने
मुझे हल सिटी के विलियम बूथ में डाला था
आपने घर क्यों छोड़ा आपका कोई घर नहीं था
क्योंकि घर तो गिरवी था घर गिरवी रखा हुआ
था और वह बिक गया और जब अब बू का इंतकाल
हुआ तो मैं कर्ज में डूब गया हम पर 5000
यूरो का कर्जा चढ़ गया मेरे वालिद के जिमे
एक चीज के लिए रकम वाजिब उल अदा थी लिहाजा
हमें उसकी अदायगी करना थी तो आपको घर
बेचना पड़ा जी हां और वो एक ही हफ्ते में
बिक गया और फिर आप बेघर हो गए जी हां और
बाकी सारी फैमिली मेरी फैमिली में सबके
अपने घरबार थे मैं अपने अब्बू के साथ रहता
था और वो लोग अपने बॉयफ्रेंड और बच्चों के
साथ रहते थे तो वहीं अना और इज्जत का मसला
मैं
मदाखू पर बोझ नहीं बनना चाहता था लिहाजा
मैंने अपनी मदद आप पर ही इदफा किया
आखिरकार उन्होंने मुझे विलियम बूथ में डाल
दिया वह जगह अच्छी नहीं थी लिहाजा मैंने
एक के बाद एक कई हॉस्टल बदले और फिर मैंने
डाउनहिल जाना शुरू कर दिया और गलत किस्म
के लोगों से ताल्लुक रखने लगा और फिर मेरी
जिंदगी बिल्कुल बदल गई यह वैसी ना थी जो
मैं अपने अब्बू के साथ गुजार रहा था फिर
मैं इन सब बातों से गुजरा और यह सब किया
मैंने क्लब जाना शुरू कर दिया क्योंकि मैं
इस जगह से निकल जाना चाहता था और बैंक
अकाउंट और आईडी हासिल करना चाहता था जो कि
मैंने कर ली थी पहले मैं कोई ड्रिंक नहीं
लेता था लेकिन अब्बू के मरने के बाद मैंने
बहुत ज्यादा ड्रिंक लेना शुरू कर दी
क्योंकि मैं हर वक्त बीमारी और थकन से भर
चुका था मतलब मैं बहुत ज्यादा तकलीफ में
था और मेरी हालत आहिस्ता आहिस्ता बदतर
होती गई और फिर दूसरी चीजें भी करने लगा
पार्टियां अटेंड करना क्लब वगैरह जाना और
फिर मैंने ड्रिंकिंग के अलावा ऐसे काम भी
शुरू कर दिए जो मुझे बताना भी पसंद नहीं
तो यह सब मैंने क्लब में किया क्या आप कभी
स्ट्रीट पे सोए तो वो तजुर्बा कैसा रहा जी
हां ऐसा हुआ बिल्कुल भी अच्छा नहीं था
मेरा लोकल टाउन ब्लैक पूल है मेरा ताल्लुक
क्लेविकल से है जहां बेकर लोगों के लिए
हॉस्टल वगैरह ये सब नहीं होता क्योंकि वो
अच्छा इलाका है तो मैं बुरी तरह दरबदर हो
गया था और फिर मेरी गवर्नमेंट और कंसल भी
इस सिलसिले में मेरी मदद ना कर सकी लिहाजा
मैं बर्मिंघम चला गया बर्मिंघम में इससे
भी बुरी हालत थी मैं वहां विलियम बूथ
हॉस्टल और वाशिंगटन कोर्ट गया वहां
बर्मिंघम में कुछ और ही गेम चल रही थी
मतलब बिग लॉयंस वाले लोग उनमें से कुछ लोग
ज्यादा अच्छे ना थे मैं उस हॉस्टल से भी
निकल गया और मैकडोल के बाहर बसेरा कर लिया
मैं मजद इस किस्म के लोगों में नहीं रहना
चाहता था जिनसे माजी में मेरा ताल्लुक रहा
अब मैं मजीद ऐसे काम नहीं करना चाहता था
अब मैं अपनी मदद करना चाहता था तो मतलब
मैं बर्मिंघम में बिल्कुल बेगर था शदीद
जमा देने वाली सर्दी थी और मैंने अपना
स्वेटर अपने सर पर लपेट रखा था सख्त सर्दी
थी मैंने एक ही स्वेटर को अपने पूरे जिस्म
पर इस तरह से लपेट रखा था और मैं कप कपा
रहा था मेरा सर सर्दी से कंक्रीट की तरह
जम गया था मेरी रीड की हड्डी का निचला
हिस्सा सुब तक दर्द करता था शदीद दर्द था
तो उस वक्त मैं बर्मिंघम में मैकडोनाल्ड
के बाहर था कि एक मोहसिन नामी आदमी मेरी
तरफ आया व एक पाकिस्तानी मुसलमान था उसने
मुझे फर्श पर पड़े देखा और पूछा क्या हुआ
मैं मैंने कहा भाई प्लीज मुझे मेरे हाल पर
छोड़ दो मैंने कहा मुझे अकेला छोड़ दो तब
उसने कहा ना ना ना ना ना मैंने कहा
तुम्हें यहां नहीं होना चाहिए उसने मुझ पर
नजर डाली और पूछा तुम क्या कर रहे हो तब
मैंने उसे अपने अब्बू के बारे में बताया
और घर के बारे में बताया और
अल्हम्दुलिल्लाह उसका जवाब यूं था चलो आओ
मेरे साथ रह लो तो मैंने कहा कि मैं तो
आपको जानता भी नहीं हूं मैंने कहा वो
तुम्हारा अपना घर है उसने कहा मेरे पास एक
घर है हम बहुत से बेकर लोगों की मदद करते
हैं तो वहां एक घर था जिसमें वो जरूरतमंद
लोगों को कमरा देते थे उस घर में कमरा
खाली था तो उसने मुझे वहीं रहने के लिए दे
दिया तो उस वक्त मैंने उससे पूछा क्यों
तुम ऐसा क्यों कर रहे हो उसका जवाब था
सिर्फ अल्लाह ताला के लिए और जब उसने यह
कहा तो मैं मुस्कुरा कर रह गया उस वक्त
मुझे इस बात की समझ नहीं आई थी क्योंकि
जिंदगी भर मेरा जिन लोगों से ताल्लुक पड़ा
था वो बदले की तवको बगैर किसी के लिए कुछ
भी अच्छा ना करते थे अपनी तरफ से किसी पर
कोई मेहरबानी नहीं करते थे यह बहुत अच्छा
था तो मेरी जिंदगी में ये पहला मौका था जब
किसी ने दिल की गहराइयों से खुलूस के साथ
मेरी मदद की क्योंकि वह सिर्फ मेरा भला
चाहते थे तो फिर ऐसा क्या हुआ कि आपने
मस्जिद इस्लाम की तरफ कदम बढ़ाए जी हां
मैं उस वक्त इस्लाम के बारे में इतना कुछ
नहीं जानता था मैं हाई स्कूल में
कांस्टेंटिनॉपल पड़ी थी मेरे भाई मोसेन ने
एक महीने तक वहां रहते हुए कभी इस्लाम का
जिक्र नहीं किया लोग कहते हैं कि मेरी
ग्रूमिंग हुई है यानी मुझे इस्लाम कबूल
करने के लिए प्रेशराइज और मैनिपुलेट किया
गया है या फिर समझते हैं कि मैं एक जेल
में हूं मतलब यह सब बातें गलत हैं यह
भाईचारा था उन्होंने मुझे सहारा दिया
दोबारा जिंदगी की तरफ वापस लाने के लिए एक
इंसान के तौर पर अपने कदमों पर खड़ा हो
होने के लिए उन्होंने एक दफा भी कुरान के
बारे में जिक्र नहीं किया मैं कसम खाकर कह
सकता हूं वल्लाह उन्होंने एक दफा भी ऐसा
कुछ नहीं कहा उन्होंने सिर्फ मुझे मेरे
कदमों पर खड़ा किया मतलब मुझे जिम जाने और
अपने मामूल ठीक करने में मदद की हालांकि
मैं मेंटली बहुत मजबूत था लेकिन जिंदगी के
इस मौर पर जिस हालत में मैं उन लोगों को
मिला उस वक्त में बहुत बिखरा हुआ टूटा हुआ
और टुकड़ों में बड़ा हुआ था तो सिर्फ जिम
जाने से भी मेरे कॉन्फिडेंस पर बहुत असर
पड़ा फिर भाई ने आहिस्ता आहिस्ता मुझे
बर्मिंघम में बाहर ले जाना शुरू किया
मैंने हॉज हिल हैंड्सवर्थ जाना शुरू कर
दिया वहां सब मुझे जानने लगे हालांकि मैं
मुसलमान भी नहीं था लेकिन वह सब मुझे भाई
कहकर पुकारते और मोहब्बत से गले मिलते यह
ऐसा था जैसे मुझे फैमिली मिल गई हो और
माशाल्लाह यह बहुत अमेजिंग और खूबसूरत
एहसास था मेरी पूरी जिंदगी की ख्वाहिश यही
थी कि कोई मुझे गले लगाए और यह चीज मुझे
इस्लाम और इस भाईचारे में मिली और इस बात
ने वाकई मुझे इस्लाम की तरफ मायल कर दिया
मुस्लिम कम्युनिटी में जो भाईचारा मुझे
मिला वह मैंने कहीं और नहीं पाया मैं अपने
दोस्तों पर भी भरोसा ना करता था क्योंकि
वह हमेशा मेरे साथ बद नियती करते थे मेरा
गलत मतलब ना ले सारे मुसलमान परफेक्ट नहीं
होते लेकिन उनमें से ज्यादातर खोफे खुदा
रखते हैं हमने मजहब पर बात करना शुरू की
मुझे रिलीजियस और फिलॉसफी डिबेट्स बहुत
पसंद है मुझे इंसानियत के हदों में रहते
हुए किसी भी मौजू पर डिबेट करना बहुत पसंद
है चाहे ईसाइयत की बात करें या मजहब की
बात करें यह ऐसा है जैसे हमें एक अपना
छोटा सा स्पीकर कॉर्नर मिल जाए फिर
उन्होंने मुझे बताया कि मैं अली दावा हमजा
डैन मोहम्मद हिजाब को देखूं मैंने उन्हें
बताने की कोशिश की कि बाइबल क्यों मुसन है
लेकिन मैं कुछ ना कह सका मतलब
अल्हम्दुलिल्लाह मैं कुछ नहीं कह पाया आप
बाइबल का दिफाई
दिफाई मजीद को मुझ पर लागू करने की कोशिश
कर रहे हैं तो उस वक्त मैंने एक दिफाई
किस्म का रवैया अपनाया क्योंकि मैं उस
वक्त भी ईसाई ही था लेकिन मैं कुछ भी ना
कह पाया और मैं बस उनकी हर बात से एग्री
करता गया इस्लाम से पहले मैं यह बात नहीं
जानता था कि हम एक जैसे खुदा पर यकीन रखते
हैं मुझे नहीं पता था कि हमारे वो नबी जिन
पर हम यकीन रखते हैं वो भी एक जैसे हैं
मैं वाकई यही समझता रहा कि वो लोग किसी और
ही बात पर यकीन रखते हैं और जब मैं दावा
को देखना शुरू किया तो मुझे हर बात का
मतलब समझ में आने लगा जैसा कि आपको मालूम
है कि माशाल्लाह यह बहुत खूबसूरत एहसास था
कि हम जिन नबियों पर यकीन रखते हैं वो एक
ही हैं मुझे बहुत हैरत हुई और मैं शौक था
कि यह बात सारी जिंदगी मुझसे कैसे छुपी
रही मैं कैसे ये बात ना जान पाया और मेरी
सारी जिंदगी झूठ थी वल्लाह मुझसे सारी
जिंदगी झूठ बोला गया जैसे सोशल मीडिया पर
प्रोपेगेंडा वगैरह दूसरे लोगों की बातें
सुनना कि वो क्या कहते हैं मैं तो बहुत
लाइम था मुझे मिसगाइड किया गया फिर मैंने
अपना माइंडसेट बनाना शुरू कर दिया और फिर
मैंने एक वजह से वाहिद इसी वजह से कुरान
में सच्चाई को पा लिया यह वो मुकाम था कि
जहां मैंने जान लिया कि सच्चाई कुरान में
है जहां मैं कह सकता था कि ठीक है यही
मुस्तक किताब है यही सच्चाई है कुरान मजीद
हिफजा अगर कोई भी कुरान मजीद में तहरीर की
कोशिश करता है तो मुसलमानों को पता चल
जाता है अगर आप किसी ईसाई से बाइबल का एक
सफा पढ़ने का कहे तो वो ऐसा नहीं कर
पाएंगे तो ऐसी मोहब्बत और जज्बे के साथ
कलाम इलाही के सच्चे प्रोटेक्टर्स यही
हाफिज कुरान है और पर्सनली मेरे लिए यह
हाफिज ही था जिसने यह साबित किया कि उन
लोगों के दिलों में इस कलाम के लिए किताब
के लिए कितनी मोहब्बत है व इसको
हिफजुर भाइयों से मिलना शुरू किया और दावा
देखना शुरू किया फिर मैं सीखने के लिए
जाने लगा मस्जिद में नमाज सीखने और पढ़ने
के लिए गया यह मेरे मुसलमान होने से पहले
की बात है मैं यह तजुर्बा करना चाहता था
मेरा मतलब है कि मैं वाकई इंटरेस्टेड था
आपको मस्जिद में जाने के लिए मुसलमान होने
की जरूरत नहीं है कोई वेलकम करता है अगर
आप ईसाई भी हो सबको अंदर जाने की इजाजत है
कोई मसला नहीं अल्हम्दुलिल्लाह मैं सिर्फ
जाकर देखना चाहता था जब मैं पहली दफा
मस्जिद गया तो मैं बहुत नर्वस और खौफ जदा
था मैं इसलिए नर्वस था क्योंकि मैं डर रहा
था कि यह लोग मुझे कबूल नहीं करेंगे जब
मैं अंदर गया तो सब लोग मेरी तरफ आए मुझसे
गले मिले और मेरी पेशानी चमी उन्होंने
मुझे गले लगाए और कहा सलाम क्या आप अपने
हुलिए के हवाले से हिच किचा रहे थे इन
टैटूज के साथ पहले मुझे ख्याल आया कि मैं
इन टैटूज के साथ एक मुसलमान कैसे बन सकता
हूं क्योंकि जाहिर है मैंने सुन रखा था कि
इस्लाम में टैटूज हराम है तो मेरे लिए
मुश्किल खड़ी हो गई मुझे लगा कि मुसलमान
मेरे लिए इस बात को मुश्किल बना देंगे
लेकिन यह सब सच नहीं था उन्होंने सीधा
यहीं कहा अल गफूर अ रहीम अल्लाह ताला बहुत
माफ करने वाला है इससे कोई फर्क नहीं
पड़ता कि आप पहले क्या करते रहे एक दफा
आपने इस्लाम कबूल कर लिया तो आप पैदा हुए
बच्चे की तरह पाक हो बिल्कुल ब्रांड न्यू
साफ सलेट की तरह आपके गुनाह माफ कर दिए
जाते हैं मैं बहुत से ऐसे आदमियों से मिला
जो पहले ड्रग डीलर्स हुआ करते थे या
मुजरिम कातिल होते और वह आते तौबा करते और
अल्लाह ताला से ताल्लुक बना लेते और यह
पैदायशी मुसलमान थे और वल्लाह यह सब मेरे
लिए बहुत पुरजोश थे मेरा जज्बा भी बुलंद
हुआ और मैंने उनको म्यूचुअल अंडरस्टैंडिंग
से सुना पता है यूके में हम एक ही जगह से
आते हैं हम में से बहुत से और यह वह लोग
हैं जिन्होंने इस्लाम के जरिए अपनी जिंदगी
की सलाह की इस बात ने मुझे बहुत अपील किया
मैंने कई दफा लोगों को मेंटल काउंसलिंग के
लिए रिहैबिलिटेशन से गुजरते हुए देखा
मैंने लोगों को इस किस्म की रिहैबिलिटेशन
की कोशिश करते देखा है चाहे वह मेंटल
हेल्थ की हो या ड्रग्स की लत की हो कुछ
काम नहीं आता मेरे जाती तजुर्बे के
मुताबिक इस्लाम वाहिद साबित शुदा
रिहैबिलिटेशन की किस्म है जो एक इंसान को
बदल सकती है उसको अंधेरों से निकालकर उसके
दिल जेनन को बदल देती है और सिर्फ मोहब्बत
से भर देती है और वल्लाह अल्हम्दुलिल्लाह
मैंने ऐसा पहले कभी नहीं देखा मतलब यह सब
माशाल्लाह माशाल्लाह मैंने पहले कभी नहीं
देखा था इसने मुझे बहुत मुतासिर किया इस
वक्त मैं डॉक्टर जाकिर नायक को देख रहा
हूं मैं टॉपी और जुब्बा भी पहन रहा हूं
हालांकि जब मैं पूरा मुसलमान भी नहीं हुआ
तब भी कसीदा बर्दा शरीफ सुन रहा हूं मतलब
मैं हर चीज सुन रहा हूं अल्हम्दुलिल्लाह
फिर मैं कहता हूं मोहसिन उसका एक बेटा
जकरिया भी था मैंने कहा मैं कलमा शहादत
पढ़ना चाहता हूं मुसलमान होना चाहता हूं
और फिर आपने शहादत देने का इरादा किया
मैंने शहादत देने का इरादा किया और फिर
शहादत देने के लिए मैं बर्मिंघम की ग्रेन
लन मस्जिद में गया मुझे अभी भी कल की बात
लगती है मैंने मोहसिन के बेटे को शहादत
देने के लिए अपने साथ लिया क्योंकि वह
मुझसे एक भाई की तरह मोहब्बत करता था
दूसरा मैं उसके जेरे तरबियत था वो मुझे भी
वह सारी चीजें सिखा रहा था जो उसके वालिद
ने उसे सिखाई थी वो मुझे इस्लाम और कुरान
के बारे में सिखा रहा था मुझे उ से बहुत
मोहब्बत थी वो मेरे दीन का हिस्सा है तो
जब मैं वहां पहुंचा वल्लाह मुझे ऐसा लगा
मतलब यह एहसास उस वक्त भी पैदा नहीं हुआ
जब मैं ईसाई था जब मेरे अब्बू का इंतकाल
हुआ उसके बाद मैं सारे बुरे काम करता और
मैं उन्हें बुरा भी समझता मैं तौबा करने
की कोशिश भी करता कि ऐ खुदा मेरी मदद कर
मुझे ऐसी सिचुएशन में डाल दे जहां मैं
बुराई से निकलकर कुछ अच्छे काम कर सकूं
मैं तौबा की कोशिश करता कन्फेशन कहता एक
दफा मैं कन्फेशन के लिए गया और बॉक्स में
मौजूद आदमी के सामने अपने गुनाहों का तरा
किया उस वक्त भी मैं सोचता था कि ये सही
नहीं है मुझे खुदा से माफी मिलने का एहसास
नहीं होता था खुदा वाली कैफियत नहीं महसूस
होती थी मुझे महसूस नहीं होता था कि खुदा
मेरी दुआओं का जवाब दे रहा है लेकिन जब
मैंने शहादत दी अशद अल्ला इलाह इल्लल्लाह
व अशद अन्ना मोहम्मद रसूलुल्लाह तो पता है
मुझे वाज तौर पर माफी और सुकून का एहसास
हुआ जब मैंने यह कर लिया तो मुझे अपना आप
नजदा बच्चे की तरह लगा एक नजाय द बच्चे की
तरह मुझे खुशी महसूस हुई माशा अल्लाह माशा
अल्लाह मुझे एक मोहब्बत भरे एहसास ने घेर
लिया और वहां मौजूद सब भाइयों ने मुझे गले
लगाया लेकिन सबसे से बढ़कर यह था कि मुझे
वाकई माफी का एहसास हुआ और मुझे इसी एहसास
की तलाश थी माफी का एक एहसास जिसके बल पर
मैं नई स्लेट शुरू कर सकता था जहां मेरा
माज मेरे पीछे से झांककर मुझे टॉर्चर नहीं
कर सकता था मतलब मुझे अजियत नहीं दे सकता
था क्योंकि अल्हम्दुलिल्लाह अल्लाह ताला
की जात बहुत माफ करने वाली और अहम दिल है
आपके कबूले इस्लाम पर आपकी फैमिली और
क्लोज सर्कल का क्या रिएक्शन था पहले पहले
तो मेरी अम्मी ने कॉल की मेरी बहन ने कॉल
की उन्होंने मुझे समझाया कि मैं एक दहशत
करद बन जाऊंगा वो समझ नहीं पा रही थी
इसलिए शुरू में उन्होंने ताव नहीं किया
मनफी अंदाज में भी नहीं मेरी बहन ने भी
यही कह दिया लेकिन वल्लाह अब वो सब मेरी
हौसला अफजाई करते हैं और मेरी वालिदा मुझे
बताती हैं कि उन्हें मुझ पर कितना है
और माशाल्लाह मेरी हमेशा से यही ख्वाहिश
थी आप नहीं समझ सकते कि ये कितना अच्छा है
मतलब आपकी वालिदा आप पर फखर करें और आपकी
फैमिली आपका साथ दे तो अल्हम्दुलिल्लाह
इस्लाम और कुरान मजीद की बदौलत मुझे
फैमिली और फैमिली की मोहब्बत वापस मिल गई
मुसलमान बनने के बाद लोग आपके टैटूज को
देखकर कैसा रिएक्ट करते हैं ये कुछ
मिलीजुली सी राय है अब बहुत से लोग तो अल
गफूर अ रहीम जैसा परसेप्शन रखते हैं
उन्हें कुरान मजीद और अल्लाह ताला की
सिफात का बखूबी इल्म है अल हुक्म जज है
लिहाजा किसी को जजमेंट का हक नहीं लेकिन
बाज औकात जब मैं उमरे पर जाता तो कुछ
आंटियां ऐसी
होती मैं कहता आंटी मुझे अफसोस है
अस्तगफिरुल्लाह आपको ऐसे अंकल्स भी मिलते
हैं जो अफसोस करते हैं लेकिन पता है अंकल
और आंटियां ऐसा करते हैं तो मैं उन्हें
बता देता हूं कि मैं नौ मुस्लिम हूं वह
कहते हैं माशा अल्लाह माशाल्लाह जजाकल्लाह
खैर मैं कहता हूं देखें आप ऐसा मत करें
क्योंकि मैं नो मुस्लिम हूं अगर यह किसी
पैदायशी मुसलमान की गलती होती कम ऑन मैंने
कहा अल हुक्म पुरानी आदतों से छुटकारा
पाना मुश्किल साबित हुआ क्या आप समझते हैं
कि किसी को उस वक्त तक मुसलमान नहीं होना
चाहिए जब तक वह अपनी पुरानी जिंदगी की
तमाम बुराइयां छोड़ने पर राजी ना हो तमाम
नौ मुस्लिम या बे अमल लोग जो दीन की तरफ
आना चाहते हैं बेबी स्टेप ले चीजों को इस
तरह से ना देखें जैसे-जैसे आप रास्ता तय
करते हैं सीखते जाते हैं पता है कोशिश का
भी डबल सवाब मिलता है जी हां 100 फीसद और
मेरे नजदीक लाइफ स्टाइल में एक बड़े चेंज
के लिए दो साल चाहिए इसमें दो साल लग ही
जाते हैं इसमें एडजस्ट होने के लिए सुन्नत
अपनाने के लिए म्यूजिक इस तरह की बहुत
सारी छोटी-छोटी बातें हैं तो बहुत सी
चीजें हैं ठीक लेकिन अपने आप को मु मशक्कत
में ना डालें पहले सिर्फ नियत करें
आहिस्ता आहिस्ता थोड़ा-थोड़ा करके आप
मंजिल हासिल कर लेंगे इसमें मुख्तलिफ
लेवल्स हैं मोमिन मुसलमान अब ये आप पर है
कि आप क्या बनना चाहते हैं हर किसी को
रैंक मिलता है हर किसी को ये आसान हो सकता
है ये आसान है आप दिन में पांच वक्त नमाज
पढ़ प सकते हैं और आप जाकर अपने काम कर
सकते हैं और अल्हम्दुलिल्लाह आप कह सकते
हैं कि ओ मैंने अच्छे खासे नेक काम किए
इंशा अल्लाह मैं जन्नत में जाऊंगा मेरे एक
दोस्त ने मुझे बताया कि हम में से कोई भी
जन्नत में इसलिए नहीं जाएगा कि उसने अच्छे
काम किए बल्कि अल्लाह ताला के रहम की वजह
से जाएगा और पता है हम हजरत मोहम्मद
सल्लल्लाहु अलैहि वालि वसल्लम से जितनी
ज्यादा मोहब्बत करेंगे उतनी ही हम में
बेहतरी आएगी लेकिन यह वक्त के साथ आएगी तो
मैं यही कहूंगा कि अगर आप पर टैटू भी बने
हुए हैं तो भी इस्लाम सबके लिए है ये उन
सबके लिए जीरो है जिस इसकी जरूरत है इससे
कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कहां से हैं
कोई मसला नहीं कि आपने माज में क्या किया
हत्ता कि आप ड्रिंकिंग भी करते हो तो
सिर्फ दुआ मांगे और अस्तगफिरुल्लाह कहते
इसी दौरान अगर आप वाकई आखिरत में जन्नत
में जाना चाहते हैं और आप इसे अपनाते हैं
तो इस्लाम कोई मजाक नहीं तो जब हम नमाज
पढ़ते हैं और कुरान मजीद को गौर से पढ़ते
हैं तो हमें से मोहब्बत हो जाती है इस
मुकाम पर आप यह सब कुछ अल्लाह ताला के लिए
करते हैं डोंट वरी अगर आप ड्रिंक करते हैं
मुझे यकीन है कि अल्लाह ताला गाइड करेगा
इंशा अल्लाह क्या आपको किसी ऐसे गैर
मामूली वाकए का तजुर्बा हुआ जब आपने महसूस
किया कि आपका अल्लाह ताला से बहुत खास
ताल्लुक है ऐसे वाक्यात में से एक पिछले
साल हुआ था जब मैं बहुत अकेला था मैं हल
सिटी में था वहां मैंने एक मस्जिद जाना
शुरू किया और फिर मैंने
मुझे डर था कि पता नहीं ये लोग मुझे कबूल
करेंगे या नहीं और मैं इस्लाम के बारे में
बहुत ज्यादा पुरजोश था इसलिए मेरी हमेशा
से यही ख्वाहिश और कोशिश रही कि मैं दूसरे
लोगों को भी इस्लाम के बारे में बताऊं कि
कितना अमन पसंद मजहब है और जब से मैं
ऑनलाइन हुआ हजारों लोगों ने टैटूज के
हवाले से मेरे लिए दुआ की इस बात ने मुझे
मजीद स्ट्रेंथ दी और मेरे दिल में बेतहाशा
सुकून उतरा और इसके बाद से मुझे हजारों
लोगों की मेल्स आई जिसमें उन्होंने बताया
कि उन्होंने मेरी वीडियोस देखकर शहादत पढ़
ली थी क्योंकि मैंने अपनी वीडियो से उनको
बताया कि इस्लाम एक अमन पसंद मजहब है और
फिर लाइव और डायरेक्ट देखने से उनको समझने
में आसानी हुई जब से मैंने वह पहली वीडियो
बनाई तब से हजारों लोगों ने मीडिया पर
मुझे मैसेज किए कुछ गैर मुस्लिम थे कुछ ने
शहादत पढ़ ली थी या कुरान मजीद लिया था और
इस्लाम की स्टडी कर रहे थे वह चाहते थे कि
मैं उन्हें मजीद सिखाऊं लिहाज मैंने उन नौ
मुस्लिमों को गाइड किया मेरी ख्वाहिश थी
अल्लाह ताला उनकी हिफाजत करें और मुझे जब
कभी मौका मिला तो मैं उनके पास जाकर उनके
लिए कुछ करूं तो मैं वहां जाऊंगा इंशा
अल्लाह आप कई दफा उमरे पर गए लेकिन जब आप
पहली दफा उमरे पर गए तो आपको किस चीज ने
सबसे ज्यादा मुतासिर किया और क्यों जब मैं
मस्जिदुल हराम गया तो मैं वहां हर मुल्क
से हर नस्ल और हर रंग के बहुत सारे लोगों
को एक जगह पाया मैं जानता था कि यही जवाब
है लोग अल्लाह ताला के लिए जियारत करने आए
थे वैटिकन की तरह नहीं जहां लोग सिर्फ पॉप
को देखने आते हैं वह सिर्फ अल्लाह ताला के
लिए वहां आए थे यह सच्चे मुत्त की मुसलमान
थे यही नस्ली तासुक का जवाब और उसका हल था
यह दुनिया का अमन है और मेरे लिए वह लम्हा
बहुत बड़ा था इस्लाम हर चीज का इला है यह
हर मसले का हल है यह जिंदगी में गाइड की
तरह है यह जाब्ता हयात है मुझे अपना भाई
अनस याद है मैं उससे मोहब्बत करता हूं वह
ताग स्तान से है उसने मुझे स्विस होटल
मक्का से कॉल की और कॉल करके मुझे काबा
दिखाया यह काबा है और मैंने आपके लिए दुआ
की है मैं आपके लिए उमरा अदा करने जा रहा
हूं मुझे याद है कि वोह मुझे मदीने ले गया
इस तरह हमने हिजरत दोहराई हम मस्जिदे नबवी
गए लेकिन हमने मदीने में नियत की और सारे
रास्ते ड्राइव किया सिर्फ वो कार का सफर
मैं कभी नहीं भूल सकता उन तमाम जगहों पर
जाना उन तमाम मकामा पर रुकना और सब कुछ
जिसके बारे में हमने बात की और मुझे बताना
कि किस तरह दुआएं पढ़नी है तो मतलब यह सब
कुछ बहुत स्पेशल था क्योंकि पहली दफा था
मुझे महसूस हुआ कि मैं ही क्यों मैं बहुत
खुश
[संगीत]
था इस्लाम से पहले आपकी जिंदगी का मकसद
क्या था और इस्लाम के बाद क्या मकसद है
इस्लाम से पहले मेरी जिंदगी का क्या मकसद
था कोई मकसद नहीं था मेरे पास कोई गोल
नहीं था मुझे पता ही नहीं था कि मैं
जिंदगी में कहां जा रहा हूं मुझे पता नहीं
था कि क्या करना है जब मैं सोकर उठता तो
मुझे पता ही नहीं होता कि मुझे कैसा होना
चाहिए मुझे क्या सोचना चाहिए लोगों के साथ
कैसा रवैया रखना चाहिए मैं सिर्फ उठ था
मैं बहुत गुमराह था मुझे नहीं पता था कि
क्या करना चाहिए मतलब मैं हद से ज्यादा
गुमराह हो गया था लेकिन अब इंशा अल्लाह
आहिस्ता आहिस्ता मैं अपने टैटूज हटाऊ
इसमें वक्त लगेगा और मैं सफर कर रहा हूं
जब मैं इंडोनेशिया वापस जाऊंगा तो मैं
वहां सेटल हो जाऊंगा मैं इनको लेजर करवा
लूंगा मैं हाफिज बनना चाहता हूं मैं कुरान
मजीद की तिलावत करना चाहता हूं मैं एक दिन
माम बनना चाहता हूं मैं दावा का काम करना
चाहता हूं मैं अली दावा के साथ दावा देना
चाहता हूं अख एमन के साथ भी लिहाजा मैं
स्टडी करूंगा इंशा अल्लाह दुआ है कि मैं
स्पीकर कॉर्नर्स पर जाकर दावा दूं मैं
हाफिज बनना चाहता हूं मुझे कुरान मजीद से
मोहब्बत है जब मैंने पहली
मोहब्बत में गिरफ्तार हो जाता फिर मैंने
तमाम सूरतें जैसे सूर यासीन सूर यूसुफ
पढ़ना शुरू की मैंने हर सूरत में कुरान
पढ़ने की ठान ली मुराद यह है कि मुझे
कुरान मजीद से मोहब्बत हो गई यह एक अलग
कहानी
है इंशा अल्लाह
[संगीत]
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